– वरिष्ठ नेताओं ने देवेंद्र यादव के समर्थन में सोशल मीडिया में किया पोस्ट
– 20 अगस्त को कांग्रेस विधायक दल की रायपुर में बैठक
दुर्ग। बलौदाबाजार हिंसा के मामले में गिरफ्तार भिलाई नगर विधायक देवेंद्र यादव के समर्थन में कांग्रेस के दिग्गज नेता मैदान में उतर आए हैं। प्रदेश के पूर्व सीएम भूपेश बघेल, छत्तीसगढ़ विधानसभा के नेताप्रतिपक्ष चरणदास महंत, पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज आदि ने दो बार के विधायक देंवेंद्र यादव की गिरफ्तारी पर आक्रोश प्रकट करते हुए सोशल मीडिया में पोस्ट किया है। वहीं छत्तीसगढ़ प्रभारी व राजस्थान के वरिष्ठ कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने बकायदा अपने कार्यालय से विधायक देवेंद्र की गिरफ्तारी पर विरोध जताया है और प्रदेश की भाजपा सरकार की कार्यशैली की निंदा की है। बताया जा रहा है कि 20 अगस्त को नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत ने रायपुर में कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाई है जिसमें इस गिरफ्तारी पर चर्चा की जाएगी और 21 अगस्त को संभावित विरोध प्रदर्शन को लेकर रणनीति तय की जाएगी।
गौरतलब है कि कुछ माह पूर्व बलौदाबाजार में हुई हिंसा और आगजनी की घटना को लेकर पुलिस ने भिलाई नगर विधायक देवेंद्र यादव को भी आरोपी बनाया है। उन पर कई तरह की धाराएं लगाई गई हैं। इस मामले में 17 अगस्त को बलौदाबाजार पुलिस ने भिलाई पहुंचकर विधायक यादव को उनके निवास से गिरफ्तार किया। इस दौरान पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी, मौके पर जमा समर्थकों की भारी भीड़ के साथ पुलिस की झूमाझटकी भी हुई थी। जिसके बाद पुलिस विधायक देवेंद्र को लेकर बलौदाबाजार रवाना हुई।
कांग्रेस के विधायक की गिरफ्तारी, एक राजनीतिक षड्यंत्र- पायलट
वरिष्ठ कांग्रेस नेता सचिन पायलट के कार्यालय से एक विज्ञप्ति जारी की गई है जिसमें पायलट ने कहा कि छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार में हुई घटना ने पूरे देश में लोगों के मन में भाजपा सरकार की कानून व्यवस्था को ले कर सवाल खड़े कर दिए हैं। प्रशासन इस घटना की निष्पक्ष जांच कराने में पूरी तरीके से असमर्थ रही है। जनता के सवालों के दबाव में आ कर, इस विफलता को छिपाने के लिए कल कांग्रेस के दो बार के युवा विधायक और भिलाई नगर के पूर्व महापौर, देवेंद्र यादव को छत्तीसगढ़ पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस अपनी जांच में अभी तक यह नहीं साफ कर पाई है की जो भाजपाई नेता घटना स्थल पर मौजूद थे और हिंसा भड़काने का काम कर रहे थे, उन्हें क्यों बचाया जा रहा है। घटना स्थल पर लचर कानून व्यवस्था के लिए किसी भी वरिष्ठ अधिकारी या मंत्री को अभी तक जिम्मेदार नहीं ठहराया गया है। यह प्रदेश की जनता को पता है की अगर सतनामी समाज को ठेस पहुंचाने वाले कारनामों की उचित समय पर जांच की जाती और आरोपियों को चिन्हित कर गिरफ्तार कर लिया गया होता, तो बलौदाबाज़ार जैसी घटना घटने की परिस्थितियां ही नहीं पैदा होती। कांग्रेस पार्टी इस लापरवाह एवं पक्षपातपूर्ण रवैये की कड़ी आलोचना करती है। देश प्रदेश की जनता और न्यायालयओं के समक्ष कांग्रेस पार्टी तथ्यों को ज़रूर रखेगी। सतनामी समाज के साथ कांग्रेस पार्टी हमेशा से खड़ी रही है और आगे भी खड़े रहेगी।

