व्यंग्य विवशताजन्य हथियार है और इसका प्रयोग एक सैनिक की तरह करना चाहिए : जनमेजय
– पदुमलाल पुन्नालाल बख्शी सृजनपीठ भिलाई का आयोजन – समकालीन परिदृष्य और हिंदी व्यंग्य की चुनौतियां पर संगोष्ठी भिलाई। बहुत पुराना कथन है कि ’’जब तोप मुकाबिल हो तो अखबार…
– पदुमलाल पुन्नालाल बख्शी सृजनपीठ भिलाई का आयोजन – समकालीन परिदृष्य और हिंदी व्यंग्य की चुनौतियां पर संगोष्ठी भिलाई। बहुत पुराना कथन है कि ’’जब तोप मुकाबिल हो तो अखबार…