रिनोवेशन के लिए डीएमएफ से मिलेगी राशि
दुर्ग। जिले के सबसे प्रतिष्ठित सरकारी स्कूलों में से एक झाड़ूराम देवांगन स्कूल को स्वामी आत्मानंद हिंदी माध्यम स्कूल के रूप में विकसित किया जाएगा। इस ऐतिहासिक स्कूल का डिजाइन को यथावत रखते हुए आधुनिक सुविधाओं के साथ इसे रिनोवेट किया जाएगा और इसके लिए डीएमएफ के माध्यम से राशि दी जाएगी। यह निर्णय कलेक्टर और डीएमएफ शासी परिषद के अध्यक्ष डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे की अध्यक्षता में हुई बैठक में लिया गया। शिक्षा के क्षेत्र में हाईस्कूल एवं हायर सेकेंडरी के छात्र-छात्राओं को करियर में अधिक मोटिवेट करने एवं उन्हें उचित राह दिखाने के लिए कैरियर पुस्तिका प्रकाशित करने एवं वितरण करने का निर्णय लिया गया। इसके साथ ही जिले के हाईस्कूल एवं हायर सेकेंडरी स्कूलों में करियर मार्गदर्शन के लिए 1 शिक्षक को प्रशिक्षित किया जाएगा तथा विद्यालय में एक्जामिनेशन एलर्ट समिति भी बनेगी। बैठक में लगभग 19 करोड़ के कार्य रखे गये। बैठक में डीएमएफ शासी परिषद के सदस्य सांसद विजय बघेल ने भी हिस्सा लिया। उन्होंने सुरक्षा को मजबूत करने महत्वपूर्ण चौक-चौराहों में सीसीटीवी कैमरा लगाने का प्रस्ताव रखा।
सोनपुर में कुम्हारों के लिए ग्लेजिंग यूनिट
बैठक में सोनपुर में कुम्हारों के लिए ग्लेजिंग यूनिट के लिए भी राशि देने का प्रस्ताव रखा गया। सोनपुर में माटी कला बोर्ड के अंतर्गत बनने वाले ग्लेजिंग यूनिट में भी सहायता राशि का प्रस्ताव रखा गया। इनमें कृषि, शिक्षा और महिला एवं बाल विकास विभाग के प्रस्तावों के लिए बड़ी राशि दी गई। शहरी क्षेत्रों में भवन विहीन 50 आंगनबाड़ी के निर्माण का निर्णय लिया गया। इसमें लगभग साढ़े तीन करोड़ रुपए की राशि व्यय होगी। कुपोषित बच्चों के लिए प्रोटीन युक्त अतिरिक्त आहार उपलब्ध कराने भी बजट राशि रखी गई। कृषि में उतेरा फसल के लिए चयनित किसानों को बीज उपलब्ध कराने 12 लाख रुपए की राशि खर्च करने का निर्णय लिया गया। छात्रावासों में बच्चों की खेल संबंधी जरूरतों और लाइब्रेरी आदि आवश्यकताओं का भी विशेष ध्यान रखा गया है और इस तरह से बजट उपलब्ध कराया गया है। बैठक में अध्यक्ष ने कहा कि इस बार डीएमएफ के माध्यम से जिले को प्राप्त होने वाली राशि का प्रतिशत बढ़ा है। अतः इससे जिले को अतिरिक्त राशि मिल पाएगी। बैठक में अपर कलेक्टर नूपुर राशि पन्ना, जिला पंचायत सीईओ अश्विनी देवांगन, भिलाई निगम आयुक्त प्रकाश सर्वे सहित अन्य सदस्य एवं अधिकारी उपस्थित थे।
अति आवश्यक कार्य होने पर अध्यक्ष लें निर्णय, बाद में कराएं स्वीकृति- बैठक में सांसद श्री विजय बघेल ने कहा कि डीएमएफ की राशि का प्रावधान उस समय के लिए है, जब अन्य मदों से इसके लिए राशि नहीं खर्च कर सकते। यदि सदस्यों को लगता है कि कोई काम बेहद आपात प्रकृति का है तो इसे शासी परिषद के अध्यक्ष के समक्ष लाएं। अध्यक्ष निर्णय लें और बाद में बैठक में इसकी स्वीकृति करा लें। जिला पंचायत अध्यक्ष शालिनी रिवेंद्र यादव ने कहा कि शासी परिषद की बैठक में अनुमोदित कार्य तुरंत आरंभ कर दिये जाएं तथा इसकी लगातार मानिटरिंग होती रहे।