दुर्ग। सीएमएचओ दुर्ग डॉ गंभीर सिंह ठाकुर गुरुवार को रिटायर हो गए। कोरोना कॉल में हार्ट जैसी गंभीर बिमारी के रोगी होते हुए जिस तरह से उन्होंने कोरोना रोकथाम व उपचार की बागडौर सम्हाली उसे दुर्ग जिला हमेशा याद ररखेगा। इसके अलावा उनके विनम्र स्वाभाव के भी सभी कायल रहे। उनका कार्यकाल 2018 से मई 2021 तक रहा। इसके बाद वे एक्सटेंशन पर थे। अब उनकी जगह पर डॉ जेपी मेश्राम ने सीएमएचओ का पदभार ग्रहण किया है। ये वही डॉ मेश्राम हैं जिन्होंने जनवरी 2014 से जुलाई 2016 तक सिविल सर्जन सह अस्पताल अधिक्षक रहते हुए जिला अस्पताल दुर्ग को हाईटेक बनाने की परिकल्पना की थी और जिला अस्पताल में कार्डिएक केयर, ट्रामा सेंटर सहित अन्य आधुनिक सुविधाओं का प्रस्ताव बनाकर राज्य शासन को भेजा था। बाद के सभी सिविल सर्जन ने राज्य व केंद्र शासन के सहयोग से उसे अमलीजामा पहनाते हुए सरहानीय योगदान दिया। आज जिला अस्पताल दुर्ग में कई तरह की आधुनिक सुविधाएं शुरु हो चुकी हैं और कई प्राजेक्ट के कार्य अभी भी प्रगती पर हैं। जिनका लाभ आने वाले दिनों में दुर्ग जिला अस्पताल आने वाले मरीजों और उनके परिजनों को प्राप्त होगा।
नए सीएमएचओ डॉ जेपी मेश्राम के आमद पर गुरुवार को विभिन्न कर्मचारी संगठनों व स्वास्थ्य विभाग के स्टॉफ ने गर्मजोशी के साथ उनका स्वागत किया। भूतपूर्व सीएमएचओ डॉ गंभीर सिंह ठाकुर ने कार्यभार डॉ मेश्राम को सौंपा। बता दें की सीएस दुर्ग रहने के बाद डॉ जेपी मेश्राम अपर संचालक के पद पर रहे। उसके बाद 2020 से वे बतौर बालोद सीएमएचओ अपनी सेवाएं देते रहे। बालोद नया जिला होने के बावजूद डॉ मेश्राम ने वहां पर प्रसानिक कसावट लाते हुए स्वास्थ्य सेवाओं को जन-जन तक पहुंचाने का प्रयास किया और इसी का परिणाम है कि टीकाकरण से लेकर अन्य चिकित्सीय सुविधाओं में बालोद जिले की आत्मनिर्भरता बढ़ी। इससे पहले बालोद की जनता ज्यादातर चिकित्सीय सुविधाओं के लिए जिला अस्पताल दुर्ग पर निर्भर थी।
प्रत्येक व्यक्ति तक पहुंचे चिकित्सीय सुविधाओं का लाभ
‘हितवार्ता न्यूज’ से खास चर्चा के दौरान सीएमएचओ डॉ जेपी मेश्राम ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार चिकित्सीय सुविधाओं का लाभ हर व्यक्ति तक पहुंचाने हर संभव प्रयास कर रही है। सरकारी अस्पतालों का बड़े पायमाने पर उन्न्यन हो रहा है। नई तरह की सुविधाएं विकसित करने के साथ ही नए यूनिट स्थापित किए जा रहे हैं। हमारी कोशिश रहेगी कि कलेक्टर के मार्गदर्शन में इन सभी सुविधाओं का लाभ प्रत्येक जरुरतमंद व्यक्ति तक पहुंचाएं। डॉ मेश्राम ने कहा कि उनकी प्राथमिकता जिले के स्वास्थ्य अमले में प्रशासनिक कसावट लाना तो है कि इसके साथ ही सरकारी स्वाथ्य सुविधाओं के प्रति लोगों का विश्वास बढ़ाना भी है।