प्रोबेशन पीरियड में की जाने वाली वेतन कटौती की व्यवस्था निरस्त करने का प्रदेश सरकार का फैसला डर का परिचायक- ललित चंद्राकर

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जिला भाजपा महामंत्री ने किए तीखे प्रहार, कहा- युवाओं से भयभीत हो गये है भूपेश बघेल

दुर्ग। भारतीय जनता पार्टी के जिला महामंत्री ललित चंद्राकर ने नई भर्ती के बाद कर्मचारियों के प्रोबेशन पीरियड में की जाने वाली वेतन कटौती की व्यवस्था निरस्त करने के प्रदेश सरकार के फैसले मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के डर का परिचायक बताया है। ललित चंद्राकर ने कहा कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि प्रदेश की भूपेश सरकार ने पाँच साल तक युवाओं का वेतन काटकर युवाओं के साथ अन्याय किया, उसके लिए युवा भूपेश सरकार को कभी माफ नहीं करेगा।

भाजपा जिला महामंत्री ललित चंद्राकर ने कहा कि सरकारी नौकरियों में नियुक्त नये-नये युवा कर्मचारियों के लिए क्रूर और जालिम व्यवस्था की शुरुआत प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने छत्तीसगढ़ में की थी। इसके तहत तीन साल के प्रोबेशन पीरियड में तीन साल तक उन्हें  पहले, दूसरे और तीसरे वर्ष में क्रमशः 70 प्रतिशत, 80 प्रतिशत और 90 प्रतिशत वेतन दिया जाता था। इस प्रकार तीन वर्षों में क्रमशः 30 प्रतिशत, 20 प्रतिशत और 10 प्रतिशत की कटौती की जा रही थी। चंद्राकर ने कहा कि इस जालिम व्यवस्था का भाजपा और प्रदेश के युवाओं ने लगातार इसका डटकर विरोध किया था। पाँच साल तक युवाओं के साथ भरपूर अन्याय करने के बाद चुनाव से ठीक पहले चला-चली की बेला में भूपेश सरकार ने डरकर इस व्यवस्था को अब निरस्त करने की घोषणा की है। चंद्राकर ने कहा कि प्रदेश सरकार चाहे जितने पैंतरे आजमा ले, पाँच सालों तक भूपेश सरकार ने छत्तीसगढ़ के युवाओं के साथ जो अन्याय की पराकाष्ठा की है, उसके लिए प्रदेश के युवा कांग्रेस की भूपेश सरकार को कतई माफ नहीं करेंगे।


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