– जिले में कई स्थानों पर हुआ कार्यक्रम का आयोजन
दुर्ग। अंतर्राष्ट्रीय श्रम दिवस पर जिले के विभिन्न स्थानों में कार्यक्रम का आयोजन किया। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की अपील पर छत्तीसगढ़ के श्रमवीरों और किसानों का मान बढ़ाने के लिए स्थानीय जनप्रतनिधियों, कलेक्टर, एसपी सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारियों व कर्मचारियों ने छत्तीसगढ़ी आहार बोरे-बासी का स्वाद चखा। इसके तहत सोमवार को दुर्ग जिले में गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू, विधायक अरुण वोरा, जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष राजेंद्र साहू, प्रोफेशनल कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष क्षितीज चंद्राकर, मेयर धीरज बाकलीवाल, सभापति राजेश यादव, भिलाई जिला कांग्रेस अध्यक्ष मुकेश चंद्राकर, आयुक्त महादेव कावरे, कलेक्टर पुष्पेंद्र कुमार मीणा, पुलिस अधीक्षक डॉ. अभिषेक पल्लव एवं जिला पंचायत सीईओ अश्वनी देवांगन आदि ने छत्तीसगढ़िया संस्कृति के प्रमुख आहार बोरे बासी के साथ आम की चटनी, टमाटर की चटनी, मिर्ची, प्याज, अचार, भाजी आदि का स्वाद लिया।
उल्लेखनीय है कि तेज धूप और गर्मी में जब छत्तीसगढ़ का मेहनतकश श्रमिक और किसान खाने के लिए गमछा बिछाकर अपना डिब्बा खोलता है, तो उसमें पताल चटनी, गोंदली के साथ बोरे बासी जरुर देखने को मिलता है। पोषक तत्वों से भरपूर इस बोरे बासी से वैसे तो लोग परीचित थे पर इसे वैश्विक स्तर पर नई पहचान दिलाने की अहम भूमिका छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने निभाई है। बासी के साथ आम तौर पर भाजी खाई जाती है। पोषक मूल्यों के लिहाज से भाजी में लौह तत्व प्रचुर मात्रा में विद्यमान रहते हैं। इसके अलावा बासी के साथ दही या मही सेवन किया जाता है। जिसमें बड़ी मात्रा में कैल्शियम रहता है। इसके सेवन के फायदों को देखते हुए धीरे-धीरे ये देश-विदेश में भी लोकप्रिय हो रहा है। बच्चों से लेकर बड़े बुजुर्ग भी बड़े चाव से बोरे बासी खाना पंसद करते हैं। बोरे-बासी यहां की जीवनशैली का एक अहम हिस्सा है। बोरे बासी में ताजा बने चावल (भात) की अपेक्षा करीब 60 फीसदी पोषक तत्व ज्यादा होती है। बोरे बासी ब्लडप्रेशर और हाइपरटेंशन को नियंत्रित करने का भी काम करता है।
ग्राम पंचायत रवेलीडीह में युकां पूर्व लोकसभा अध्यक्ष अय्युब खान ने श्रमिकों को दी बधाई
बोरे बासी खाने में अधिवक्ताओं की भी रही सहभागिता