– दुर्ग में भाजपा ने दिया धरना, राज्यपाल के नाम सौंपा ज्ञापन
दुर्ग। प्रदेश की कांग्रेस सरकार पर मिशनरियों का हौसला बढ़ाने और धर्मांतरण का विरोध करने वाले आदिवासियों का दबवापूर्वक मुंह बंद करने का आरोप लगाते हुए दुर्ग और भिलाई जिला भजपा द्वारा संयुक्त रुप से दुर्ग में हिंदी भवन के सामने धरना देकर विरोध प्रदेर्शन किया गया। इस दौरान भाजपा नेताओं ने कहा कि प्रदेश के अनुसुचित क्षेत्रों में लगातार जारी अवैध धर्मांतरण, अवैध चर्च निर्माण आदि पर रोक लगाने कार्यवाही करने की बजाय राज्य सरकार द्वारा वर्ग-भेद व वर्ग संघर्ष करने की रणनीति अपनाई जा रही है।
दुर्ग जिला भाजपा अध्यक्ष जितेंद्र वर्मा ने कहा कि बस्तर संभाग सहित पूरे छत्तीसगढ़ में राज्य सरकार की शह पर बढ़ते अवैध धर्मांतरण एवं आदिवासी समाज पर पुलिस की एकतरफा बर्बरतापूर्वक कार्यवाही के कारण पूरे प्रदेश में आदिवासी समाज आहत है। श्री वर्मा ने कहा कि 1 जनवरी को नारायणपुर में पास्टर, पादरी एवं अवैध धर्मांतरित लोगों ने 1000-1500 की संख्या में एकत्रित होकर न केवल आदिवासी समाज के लोगों पर धारदार हथियार, लाठी-डण्डा से वार किया गया अपितु मौके पर पहुंची पुलिस पर भी घातक रूप से हमला किया गया। इस घटना के खिलाफ आदिवासी समाज द्वारा कार्रवाई करने की मांग पर राज्य सरकार की मंशा अनुरूप उल्टे आदिवासी समाज के ही मुखिया, सीधे-सीधे आदिवासी भाईयों और सनातन धर्म को मानने वाले लोगों को झूठे व गंभीर धाराओं के तहत गिफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। इससे पूर्व सुकमा जिले के पुलिस अधीक्षक ने अवैध धर्मांतरण के कारण समाज में टकराव की आशंका से संबंधित पत्र अपने मातहतों को लिखकर मिशनरियों की अवैध गतिविधियों के बारे में उल्लेखित किया था। बस्तर कमिश्नर ने सभी कलेक्टरों को पत्र लिखकर इसे बेहद संवेदनशील मुद्दा बताते हुए अवैध धर्मांतरण के रोकथाम हेतु गाईडलाईन जारी की थी, परन्तु राज्य सरकार की वोट बैंक की राजनीति के चलते अवांछित रूप से अवैध धर्मांतरण होने दिया, बल्कि इसे पाल-पोस कर आगे बढ़ाने का काम किया। उन्होंने कहा कि मिशनरियों ने पूरे प्रदेश में हजारों की संख्या में अवैध रूप से चर्चों का निर्माण करा दिया है, और इस अवैध ढंग संचालित चर्चों के उद्घाटन में राज्य सरकार के मंत्री, सांसद, विधायक एवं नेता बतौर मुख्य अतिथि शामिल होते हैं। कांग्रेस लगातार ऐसे विभिन्न उपायों द्वारा न केवल आदिवासी संस्कृति को तबाह करने में सहयोग कर रही है बल्कि राजनीतिक कारणों से उन क्षेत्रों में धर्मांतरण को एक तरह से शासकीय संरक्षण दिया जा रहा है।
भिलाई जिला भाजपा अध्यक्ष बृजेश बिजपुरिया ने धर्मांतरण को लेकर भारतीय जनता पार्टी की मांगों को सामने रखते हुए कहा कि धर्मांतरण के व्यवसाय में लगे मिशनरियों के विरुद्ध तत्काल कठोर कार्यवाही हो। आदिवासी समाज के लोगों पर झूठे केस बनाकर जेल भेजने से रोकने हेतु उचित दिशा-निर्देश जारी किया जाय। नारायणपुर की घटना में बंद किये गये आदिवासियों की तत्काल रिहाई हो। कांग्रेस सरकार निर्दोष लोगों के विरुद्ध दंडात्मक कार्रवाई करना तत्काल बंद करे। पूर्व केबिनेट मंत्री रमशिला साहू , पूर्व संसदीय सचिव लाभचंद बाफना, कैलाश शर्मा, सावला राम डहरे ,डोमन लाल कोर्सेवाड़ा ,प्रीतपाल बेलचंदन, शिव चंद्राकर ,खिलावन साहू ,प्रभु नाथ मिश्रा ,संतोष सोनी ,दिनेश देवांगन, दीपक चोपड़ा, गौरव शर्मा, विनायक ताम्रकार ,साजन जोसेफ, रजा खोखर ,योगेंद्र सिंह, भाजयुमो भिलाई जिलाध्यक्ष अमित मिश्रा,,चंद्रकांता मांडले, निर्मला यादव, अमिता बंजारे, हिमा साहू ,मिथिला खीचरिया,,बानी सोनी ,डॉक्टर सुनील साहू , डॉक्टर देव नारायण तांडी ,राजेश ताम्रकार, अलका बाघमार ,मोहन देवांगन ,विक्की शर्मा ,नवीन जैन,,प्रकाश साहू ,शरद अग्रवाल, गोल्डी गोस्वामी ने जनसमुदाय और कार्यकर्ताओं को संबोधित किया । धरना प्रदर्शन पश्चात भाजपा नेताओं ने राज्यपाल के नाम पर जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा। धरना प्रदर्शन का संचालन जिला महामंत्री ललित चंद्राकर एवं आभार प्रदर्शन सोशल मीडिया प्रभारी राजा महोबिया ने किया।
जिला उपाध्यक्ष संतोष सोनी, कल्पना जोशी , मंत्री मनोज मिश्रा , कार्यालय मंत्री नीरज पांडेय, ,मंडल अध्यक्ष दीपक चोपड़ा, मंडल महामंत्री संदीप जैन, बंटी चौहान, विजय ताम्रकार, देवनारायण चंद्राकर, राकेश यादव, सुनील अग्रवाल ,शरद अग्रवाल , सुरेंद्र कौशिक, राजेंद्र पाध्ये, नितेश मिश्रा, रितेश सिंह, मृत्युंजय साहू, रोहन सिंह, मुकेश बेलचंदन, राजेंद्र कुमार ,मदन बढ़ई ,गायत्री वर्मा ,गीता विश्वकर्मा, दीपक सिन्हा, हेमंत गोयल, आशीष निंमजे, दिलीप साहू , निलेश अग्रवाल, संध्या आचार्य, शैलेश कुमार कुर्रे ,श्यामा साव ,जानकी यादव, गोपू पटेल ,अमित पटेल ,सुधा सिंह ,नवीन साहू ,अशोक मंडारे ,रविंद्र सिंह चौहान ,नीरज तिवारी ,जीवन गुप्ता, रचित पाराशर, सुंदर लाल साहू, विजय शुक्ला, मनोज निषाद ,छोटे लाल चौधरी, ओपी पाल, गुलशन मरकाम ,संतोष कुमार सिन्हा ,राजू श्रीवास्तव, दिनेश मिश्रा, संजय सिंह, महेंद्र यादव, डॉ अशोक देशलहरा, अश्वनी कुमार जोशी, दिलीप पटेल, सुधाकर वाले, कैलाश सोनकर, डॉक्टर अखिलेश्वर सिंह, अश्वनी कुमार साहू, विजय जयसवाल, पंचराम साहू, ओंकार प्रसाद यादव, प्रहलाद शर्मा, पी एन दुबे, आशा सुब्बा, गोविंद देवांगन, प्रदीप पांडे, केशव पटेल, राजेंद्र सिंह, द्वारका चंद्रवंशी, सहित सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित रहे।