नसिया तीर्थ में 2 से 8 दिसम्बर तक पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महामहोत्सव, देशभर से जुटेंगे जैन समाज के लोग

28-11-22-2.jpg

– श्री चंद्रप्रभ भगवान की विश्व की सबसे बड़ी प्रतिमा का होगा पंचकल्याणक प्रतिष्ठा

– आचार्य विशुद्ध सागर महाराज के सानिध्य में 27 मुनिश्री करवाएगें रस्म पूरी

दुर्ग। दुर्ग के शिवनाथ नदी तट स्थित दिगम्बर जैन समाज के नसिया तीर्थ में 1008 श्री चंद्रप्रभ भगवान जी की प्रतिमा का प्राण-प्रतिष्ठा किया जाएगा। श्री चंद्रप्रभ भगवान की करीब 21 फीट ऊंची यह प्रतिमा विश्व की सबसे बड़ी प्रतिमा हंै। जिसके प्राण-प्रतिष्ठा के लिए श्री दिगम्बर जैन खंडेलवाल पंचायत द्वारा आगामी 2 से 8 दिसम्बर तक श्री मज्जिनेन्द्र पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महामहोत्सव एवं सर्वसिद्धी प्रदायक विश्वशांति महायज्ञ का भव्य आयोजन किया गया हैं। यह महामोहत्सव 108 आचार्य श्री विशुद्ध सागर महाराज के सानिध्य में संपंन्न होगा। जिसमें आचार्य श्री के साथ 27 मुनीश्री सहयोगी रहेंगे। दुर्ग शहर के गौरव मुनि 108 सुयश सागर महाराज जी व 108 मुनि अराध्य सागर महाराज जी पंचकल्याणक महोत्सव का हिस्सा बनेगे। सप्ताहभर चलने वाले पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महामहोत्सव की शुरूवात 2 दिसम्बर की सुबह आचार्य श्री विशुद्ध सागर ससंघ के नसिया तीर्थ में मंगल प्रवेश के साथ होगा। वे सुबह 7 बजे श्री दिगम्बर जैन खंडेलवाल भवन से भव्य शोभायात्रा के साथ नसिया तीर्थ पहुंचेगे।  3 दिसम्बर से 8 दिसम्बर के बीच पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महामहोत्सव में पाषाण को भगवान बनाने आचार्य श्री द्वारा गर्भ, जन्म, तप, ज्ञान व मोक्ष कल्याणक की रस्म पूरी करवाई जाएगी। इसके अलावा सर्वहारा वर्ग के खुशियाली के लिए विश्वशांति महायज्ञ किया जाएगा। यह सम्पूर्ण धार्मिक कार्यक्रम करीब 3 एकड़ भूमि में फैले नसिया तीर्थ स्थल में होगा। महामहोत्सव में छत्तीसगढ़ के राज्यपाल अनुसूईया उइके, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, पूर्व मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह, गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू, सांसद सुश्री सरोज पाण्डेय, विजय बघेल, विधायक अरूण वोरा, महापौर धीरज बाकलीवाल के अलावा अन्य जनप्रतिनिधियों को आमंत्रित किया गया है। इसके अलावा देशभर से सकल जैन समाज के लोग पंचकल्याणक महामहोत्सव में शामिल होंगे। यह बाते श्री मज्जिनेन्द पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महामहोत्सव समिति के सह संयोजक संदीप लुहाडिया व श्री दिगम्बर जैन खंडेलवाल पंचायत अध्यक्ष राकेश छाबड़ा ने कही। इस दौरान समिति के संयोजक सजल काला, प्रचार प्रसार प्रभारी सुनील गंगवाल, दिलीप बाकलीवाल, पंकज छाबड़ा, मनोज बाकलीवाल, अनिल गंगवाल, सुरेन्द्र पाटनी, श्री दिगम्बर जैन पंचायत अध्यक्ष ज्ञानचंद पाटनी, सुरेश जैन, रमेश सेठी, कैलाश बाकलीवाल विमल बडज़ात्या महेन्द्र पाटनी, मनीष बडज़ात्या श्री दिगम्बर जैन मंदिर पद्मनाभपुर अध्यक्ष राकेश जैन, अभिषेक जैन भी मौजूद थे। 

श्री मज्जिनेन्द्र पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महामहोत्सव समिति के सह-संयोजक संदीप लुहाडिया व श्री दिगम्बर जैन खंडेलवाल पंचायत अध्यक्ष राकेश छाबड़ा ने बताया कि पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महामहोत्सव के लिए आचार्य श्री विशुद्ध सागर महाराज का 28 नवम्बर को दोपहर 3 बजे दुर्ग शहर में मंगल प्रवेश होगा। वे पद्मनाभपुर के मार्ग होते हुए श्री दिगम्बर जैन खंडेलवाल भवन पहुंचेगे। यहां वे 1 दिसम्बर तक विराजमान रहेंगे। तत्पश्चात् 2 दिसम्बर की सुबह उनका नसिया तीर्थ में मंगल प्रवेश होगा। उन्होंने बताया कि आचार्य श्री विशुद्ध सागर महाराज ने सन् 1997 में शिवनाथ नदी तट में नसिया तीर्थ निर्माण की परिकल्पना की थी। तब वे मुनिश्री थे। अब वे आचार्य श्री बन गए हैं। उनके सानिध्य में नसिया तीर्थ में पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महामहोत्सव संपन्न होना दिगम्बर जैन समाज के लिए सौभाग्य की बात है। आचार्य श्री के आगामन से दिगम्बर जैन समाज ने उत्साह का माहौल हैं।


scroll to top