छत्तीसगढ़ की संस्कृति का उत्कृष्टतापूर्वक एक ही पंडाल के नीचे प्रदर्शन गर्व का विषय-प्रो वर्मा

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हेमचंद यादव विश्वविद्यालय, दुर्ग में ’’हमर छत्तीसगढ़’’ पर केन्द्रित प्रदर्शनी का समापन

        दुर्ग। छत्तीसगढ़ की संस्कृति का उत्कृष्टतापूर्वक एक ही पण्डाल के नीचे प्रदर्शन गर्व का विषय है। यह प्रदर्शनी प्राध्यापकों, छात्र-छात्राओं, शोधकर्ताओं तथा प्रतियोगी परीक्षा में शामिल होने वाले विद्यार्थियों के लिए मील का पत्थर सिद्ध होगी। यह उद्गार छत्तीसगढ़ स्वामी विवेकानन्द तकनीकी विश्वविद्यालय,भिलाई के कुलपति प्रोफेसर एम.के.वर्मा ने शुक्रवार को व्यक्त किए। प्रो वर्मा हेमचन्द यादव विश्वविद्यालय द्वारा हमर छत्तीसगढ़ विषय पर आयोजित प्रदर्शनी में मुख्य अतिथि के रूप में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। विश्वविद्यालय से जुड़े 25 महाविद्यालयों के स्टॉल के निरीक्षण के पश्चात लगभग 1000 लोगों की उपस्थिति में प्रोफेसर वर्मा ने कहा कि हमें छत्तीसगढ़ी संस्कृति एवं परंपराओं पर गर्व करना चाहिए।

       समापन समारोह का आरंभ छत्तीसगढ़ के राज्यगीत अरपा पैरी के धार तथा विश्वविद्यालय के कुलगीत की प्रस्तुति के साथ प्रारंभ हुए समापन समारोह में विश्वविद्यालय के अधिष्ठाता छात्र कल्याण डॉ. प्रशांत श्रीवास्तव ने दो दिवसीय प्रदर्शनी का सम्पूर्ण विवरण प्रस्तुत किया। प्रदर्शनी के दौरान ‘‘भारत लोकतंत्र की जननी’’ विषय पर शासकीय विश्वनाथ यादव तामस्कर स्नातकोत्तर स्वशासी महाविद्यालय दुर्ग की डॉ. सपना शर्मा का आमंत्रित व्याख्यान भी आयोजित किया गया। संविधान दिवस के उपलक्ष्य पर आयोजित इस आमंत्रित व्याख्यान की सभी ने सराहना की।

       समापन समारोह में अपने उद्बोधन में कुलसचिव भूपेन्द्र कुलदीप ने प्रदर्शनी की सफलता का श्रेय समस्त महाविद्यालय के प्रतिभागियों को दिया। श्री कुलदीप ने भविष्य में भी महाविद्यालयों से इसी प्रकार के सहयोग की अपेक्षा की। अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में कुलपति डॉ. अरूणा पल्टा ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि महाविद्यालयों द्वारा प्रदर्शित हर स्टॉल प्रशंसनीय है। हेमचंद यादव विश्वविद्यालय भविष्य में भी इस प्रकार की रचनात्मक गतिविधियाँ आयोजित करेगा। विश्वविद्यालय द्वारा आहार एवं पोषण विषय पर आयोजित प्रतियोगिता के विजेताओं को मुख्य अतिथि प्रोफेसर एम. के. वर्मा ने पुरस्कृत भी किया। हमर छत्तीसगढ़ विषय पर केन्द्रित प्रदर्शनी के प्रतिभागी महाविद्यालयों को गुणवत्ता के आधार पर अतिथियों ने पुरस्कृत किया। मुख्य अतिथि प्रो वर्मा ने प्रत्येक महाविद्यालय के स्टॉल का भ्रमण कर वहां उपस्थित प्रतिभागियों से प्रश्न पूछ कर उनका उत्साहवर्धन किया। प्रदर्शनी के दौरान भारत के संविधान पर आधारित सामान्य ज्ञान स्पर्धा भी आयोजित हुई, जिसका सभी प्रतिभागियों ने आनंद लिया। कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापन डॉ. प्रशांत श्रीवास्तव ने किया।

कार्यक्रम में शामिल विभिन्न महाविद्यालयों के प्रतिनिधिगण

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