भिलाई। सामाजिक आर्थिक बदलाव के लिए कार्यरत गैर राजनीतिक संस्थाओं एवं व्यक्तियों के स्वस्फूर्त संयुक्त प्रयास से मूलनिवासी कला साहित्य और फिल्म फेस्टिवल -2022 का आयोजन भिलाई में होने जा रहा है। स्थानीय स्तर पर इसकी तैयारियां जोरों पर चल रही है। इस महत्वपूर्ण आयोजन में देश भर के प्रतिष्ठित विचारक लेखक शामिल होंगे। वहीं मूलनिवासी बहुजन समाज से जुड़े विभिन्न सामाजिक मुद्दों पर इस दौरान चर्चा होगी।
आयोजन की तैयारियों को लेकर रविवार को हुई बैठक में विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हुई और आयोजन से जुड़े ब्रॉशर का विमोचन किया गया। संयुक्त आयोजन समिति की ओर से एल उमाकांत व सुनील रामटेके ने बताया कि कोविड संक्रमण की वजह से बीते 2 साल में यह आयोजन स्थगित रहा।
इस वर्ष भिलाई में यह चौथा मूल निवासी कला साहित्य और फिल्म फेस्टिवल का आयोजन होने जा रहा है। नेहरू सांस्कृतिक सदन सेक्टर-1 में 12 एवं 13 नवंबर को होने वाले इस आयोजन में पेंटिंग्स, फोटोग्राफ, विभिन्न शिल्प की कला प्रदर्शनी तथा कविता पोस्टर प्रदर्शनी लगाई जा रही है। अपनी तरह के एक अलग तरह के इस मूलनिवासी फेस्टिवल में नृत्य कला और गीत-गायन के साथ साथ हमारे आम जन जीवन पर शार्ट फिल्मों का प्रदर्शन सहित विविध आयाम तय किए गए हैं।
संयुक्त आयोजन समिति की ओर से एल.उमाकांत व सुनील रामटेके ने बताया कि इस दो दिवसीय आयोजन में देश भर के कई प्रमुख विद्वान चिंतक उपस्थित होंगे और मूलनिवासी बहुजन समाज से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर अपनी राय रखेंगे। पोस्टर विमोचन के अवसर पर एल उमाकांत, सुनील रामटेके के साथ बहुत से मूलनिवासी कार्यकर्ता और बुद्धिजीवी उपस्थित थे।