“छत्तीसगढ़ के कुछ औषधीय पौधों की फाइटोकेमिकल विश्लेषण” पर रीना को पीएचडी

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  • बीआईटी दुर्ग के अनुप्रयुक्त रसायन विभाग के एचओडी डॉ संतोष सार के मार्गदर्शन में किया शोध पूरा
  • अपने शोध के लिए सर्वश्रेष्ठ अंतर्राष्ट्रीय प्रस्तुति पुरस्कार भी प्राप्त कर चुकीं हैं रीना
  • एससीआई एवं स्कोपस जनरल अनुक्रमित पत्रिकाओं में चार शोध पत्र प्रकाशित

दुर्ग। एसएसटीसी भ्रिलाई की सहायक प्रोफेसर रीना वी मथाई को उनकी थीसिस “छत्तीसगढ़ के कुछ औषधीय पौधों की फाइटोकेमिकल विश्लेषण” के लिए  रसायन विज्ञान में  डॉ सी वी रमन विश्वविद्यालय, कोटा बिलासपुर द्वारा पीएचडी की उपाधि प्रदान की गई है । उन्होंने यह शोध कार्य बीआईटी दुर्ग के अनुप्रयुक्त रसायन विज्ञान विभाग के प्रोफेसर एवं विभागाध्यक्ष डॉ संतोष कुमार सार  एवं सीवीआरयू बिलासपुर के रसायन विज्ञान  की प्रोफेसर और प्रति उपकुलपति, डॉ जयती चटर्जी मित्रा के दिशा निर्देशन में पूरा किया है। उन्होंने अपने शोध काल में एससीआई एवं स्कोपस जनरल अनुक्रमित पत्रिकाओं में चार शोध पत्र प्रकाशित किए हैं। अपने पीएचडी कार्यकाल के दौरान उन्होंने विभिन्न राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलनों में अपना शोध कार्य प्रस्तुत किया और सर्वश्रेष्ठ अंतर्राष्ट्रीय प्रस्तुति पुरस्कार भी प्राप्त किया। वह वर्तमान में अनुप्रयुक्त रसायन विज्ञान विभाग, एसएसटीसी, भिलाई में सहायक प्रोफेसर के रूप में कार्यरत हैं। वह स्वर्गीय पीटी अब्राहम की पुत्री  एवं विजी मथाई, एजीएम, भिलाई स्टील प्लांट की पत्नी हैं।


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