फूड प्वाइजनिंग से रस्तोगी कॉलेज की छात्राएं भर्ती, हॉस्टल का निरीक्षण, जांच के आदेश

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  • छात्राओं की स्थिति जानने भिलाई मेयर, आयुक्त व सीएमचओ पहुंचे अस्पताल
  • ­सीएमएचओ ने किया हॉस्टल का निरीक्षण
  • मेयर ने दिए जांच के आदेश
  • भाजयुमो ने की कॉलेज प्रबंधन पर कार्रवाई की मांग

दुर्ग। मॉडल टाउन भिलाई में संचालित रस्तोगी नर्सिंग कॉलेज की 60 छात्राएं फूड प्वाइजनिंग की शिकार हो गई हैं जिनमें से एक छात्रा की मौत भी हो गई। वहीं कॉलेज प्रबंधन का कहना है कि मृतक छात्रा तबीयत ठीक हो गई थी जिसके बाद उसके परिजन उसे घर लेकर चले गए थे, छात्रा की मौत वहीं पर हुई है। इधर मामले की गंभीरता को देखते हुए भिलाई नगर निगम महापौर नीरल पाल ने जांच के आदेश दे दिए हैं।

गौरतलब है कि रस्तोगी नर्सिंग कॉलेज की छात्राओं में पिछले तीन-चार दिनों से फूड प्वाइंजनिंग की समस्या सामने आ रही है। अब तक 60 छात्राओं को हाईटेक अस्पताल में भर्ती करया जा चुका है। वर्तमान में 39 छात्राओं का उपचार चल रहा है और शेष छात्राओं को डिस्चार्ज कर दिया गया है। वहीं बालोद निवासी छात्रा कामिनी की मौत हो गई है। ये सभी छात्राएं कॉलेज की ही मेस में खाना खाया करती थीं।

अस्पताल पहुंचे मेयर व निगम अधिकारी :

इतनी बड़ी संख्या में एक ही कॉलेज की छात्राओं को फूड प्वाइजनिंग होने की जानकारी मिलने से भिलाई में हड़कंप मच गया है। जानकारी मिलने पर मेयर नीरज पाल, आयुक्त लोकेश चंद्राकर सहित अन्य अधिकारी छात्राओं की स्थिति जानने सोमवार को हाईटेक अस्पताल पहुंचे। मेयर ने छात्राओं से चर्चा की तो छात्राओं ने बताया कि कॉलेज के मेस में गुणवत्ताहीन खाना दिया जाता है। इसलिए आशंका जताई जा रही है कि खराब खाने की वजह से चार दिन से छात्राओं की तबियत बिगड़ने का सिलसिला शुरु हो गया था, लेकिन कॉलेज प्रबंधन ने मामले को दबाए रखा। अब तक एक छात्रा की मौत हो गई तो यह बात सामने आई है। 

सीएमएचओ की टीम पहुंची हास्टल:

अस्पताल में भर्ती छात्राओं से चर्चा करते सीएमएचओ डॉ मेश्राम

मामले की गंभीरता को देखते हुए सीएमएचओ डॉ जेपी मेश्राम तुरंत एक्शन मोड में आए और अपनी टीम के साथ हाईटेक अस्पताल पहुंचे। वहां छात्राओं से बातचीत कर उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली। इसके साथ ही रस्तोगी कॉलेज के हॉस्टल का भी निरीक्षण किया। इस दौरान सीएमएचओ और नगर निगम के स्वास्थ्य विभाग की टीम ने रस्तोगी कॉलेज के महिला छात्रावास वी 1 का निरीक्षण किया जहां पर 200 छात्राएं रहती हैं। निरीक्षण टीम ने आरओ के पानी और वॉटर कुलर के पानी का सैंपल लेकर क्लिनिकल जांच हेतु लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग दुर्ग भेजा है। सीएमएचओ डॉ मेश्राम ने बताया कि कलेक्टर के निर्देशानुसार उन्होंने जांच टीम का गठन कर दिया है। टीम में स्वयं सीएमएचओ के अलावा डॉ सीबीएस बंजारे जिला सर्विलेंस अधिकारी, डॉ मनोज दानी एमडी मेडिसिन जिला अस्पताल दुर्ग, रितीका सोनवानी जिला एपिडेमोलॉजिस्ट दुर्ग एवं भिलाई रैपिड रिस्पांस टीम, तुषार वर्मा शहरी कार्यक्रम प्रबंधक भिलाई शामिल हैं। सीएमएचओ ने बताया कि उनकी टीम ने वर्तमान में हाईटेक अस्पताल में भर्ती 39 छात्राओं को उल्टी दस्त से संक्रमित पाया। हाईटेक अस्पताल प्रबंधन ने सीएमएचओ डॉ मेश्राम को जानकारी दी की सभी छात्राएं उपचाररत हैं और सभी की स्थिति खतरे से बाहर है। 

भाजयुमो पहुंचा थाने :

थाने में ज्ञापन सौंपते भाजयुमो नेता प्रशम दत्ता

फूड प्वाइजनिंग को लेकर भाजयुमो के प्रशम दत्ता ने भी सूपेला थाने में ज्ञापन सौंपा है। भाजयुमो नेता प्रशम दत्ता ने बताया कि थाने में उन्होंने लिखित में शिकायत की है। जिसमें उन्होंने बताया कि रस्तोगी नर्सिंग कॉलेज भिलाई की 60 छात्राएं फूड प्वाइजनिंग की शिकार हुई हैं और गंभीर होने के कारण एक छात्रा की मौत भी हो गई है। ये सभी छात्राएं कॉलेज के ही मेस में खाना खाया करती थीं इसलिए छात्राओं की तबियत बिगड़ने के लिए सीधे तौर पर कॉलेज प्रबंधन जिम्मेदार है। प्रशम ने पुलिस प्रशासन से मांग की है कि छात्राओं के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करने वाले रस्तोगी कॉलेज प्रबंधन पर छात्रा की हत्या का मामला दर्ज किया जाए। प्रशम ने हितवार्ता न्यूज से कहा कि अगर रस्तोगी कॉलेज प्रबंधन पर कार्रवाई नहीं होती है तो आगे उग्र आंदोलन किया जाएगा।


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