– 1 अगस्त को पाटन के चारों दिशाओं से निकलेगा कांवरियों का जत्था
– टोला घाट शिव मंदिर में होगा महाजलाभिषेक
पाटन। सावन के तीसरे सोमवार के अवसर पर 1 अगस्त को समूचे पाटन क्षेत्र में बोलबम का नारा गूंजेगा। साथ ही भगवान भोलेनाथ की आस्था एवं श्रद्धा की अविरल धारा बहेगी। गौरतलब है कि प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी सावन माह के तीसरे सोमवार को बोलबम कांवर यात्रा समिति पाटन क्षेत्र के संयोजन में भव्य कांवर यात्रा निकाली जाएगी जिसमें सहभागिता देने पाटन क्षेत्र के चारों दिशाओ से भगवान भोलेनाथ के भक्त अपने अपने गांवो की नदी या तालाबों से जल लेकर यात्रा प्रारंभ करेंगे और श्री सिध्देश्वर महादेव ओग्गर तालाब पाटन में पूजा के पश्चात शिवमंदिर टोला घाट के लिए निकलेगें। वहां पर बोलबम समिति के संजोजक जितेंद्र वर्मा सपत्नीक पूजा पाठ जलाभिषेक, रुद्राभिषेक एवं महाआरती कर प्रदेश की जनता की सुख- समृद्धि हेतु भगवान भोलेनाथ से कामना करेंगे एवं भगवान भोलेनाथ से आशीर्वाद लेंगे। समिति के संयोजक जितेंद्र वर्मा ने कार्यक्रम की विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि पिछले दो वर्ष कोरोना काल में यात्रा नहीं हो पाई थी,इस कारण इस वर्ष भोलेनाथ के भक्तों में यात्रा को लेकर अत्याधिक उत्साह है। पहले की तरह इस बार भी पाटन के सभी गांवों से कांवरियों का जत्था टोला घाट में जलाभिषेक करने पहुचेंगा। इसके अलावा, अभनपुर,उतई, कुम्हारी, भिलाई एवं दुर्ग से भी कांवरिए पहुचेंगे। इसके लिए प्रत्येक गांवो में विधिवत आमंत्रण दिया गया है। साथ ही साथ जितेंद्र वर्मा ने लोगों से निवेदन करते हुए कहा है कि जिनके पास किसी कारणवश आमंत्रण नही पहुंच पाया हो वे समाचार के माध्यम से ही आमंत्रण को स्वीकार करते हुए सादर आमंत्रित हैं। समिति के सदस्यों ने आयोजन को लेकर व्यापक तैयारी की है । श्री वर्मा ने बताया कि भगवताचार्य पंडित कृष्णा तिवारी के मंत्रोचार से सुबह 8 बजे ओग्गर तालाब शिवमंदिर में पूजा के पश्चात 10 बजे टोला घाट के लिए निकलेंगे एवं 11 बजे से टोला घाट में महाजलाभिषेक ,रुद्राभिषेक एवं महाआरती के पश्चात महाप्रसादी एवं भोजन की व्यवस्था समिति की ओर से की गई है।
एक माह से चल रही तैयारी;
उल्लेखनीय है कि कांवर यात्रा को भव्य बनाने बोलबम कांवर यात्रा समिति पाटन क्षेत्र के सदस्य लगभग एक माह से तन-मन से जुटे हुए हैं। संयोजक जितेंद्र वर्मा के नेतृत्व में लगातार समिति के विभिन्न सेक्टरों की बैठक आयोजित होती रही है, जिसमें कांवर यात्रा की रुपरेखा से लेकर व्यवस्थाओं पर भी चर्चा की जाती रही हैं। श्री वर्मा स्वयं बेलहारी, रानीतराई, जामगांव आर, केसरा, दरबार मोखली, गाड़ाडीह, फुंडा, सेलुद, टोला घाट, झींट, अमलेश्वर, करसा, जामगांव एम आदि सेक्टर का दौरा कर समिति की बैठकों में मार्गदर्शन देते रहे हैं।